तड़क भड़क का अर्थ
[ tedek bhedek ]
तड़क भड़क उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह आचरण, काम आदि जिसमें ऊपरी बनावट का भाव रहता है:"संत कबीर ने पाखंड पर तीखा व्यंग किया है"
पर्याय: पाखंड, ढोंग, आडंबर, ढकोसला, प्रपंच, आडम्बर, दिखावा, दिखावटीपन, पाखण्ड, पाषंड, पाषण्ड, परपञ्च, परपंच, प्रपञ्च, बनावट, ताम-झाम, तामझाम, ताम झाम, तमेला झमेला, तमेला-झमेला, तड़क-भड़क, चमक-दमक, चमक दमक, ठाटबाट, ठाट, टीमटाम, टीम-टाम, लिफाफा, लिफ़ाफ़ा, अटब्बर, अड़ाड़ा, बाँकपन, बांकपन, ढचर - बनावटी आभा या दीप्ति:"ज्यादा चमक-दमक मुझे पसन्द नहीं है"
पर्याय: चमक-दमक, चमकदमक, चमक दमक, तड़क-भड़क, तड़कभड़क, कलई, मुलम्मा, मलमा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- तड़क भड़क का तो कहना ही क्या है।
- इसकी तड़क भड़क का तो कहना ही क्या है।
- आदरणीय डाक्टर साहिब . ... तड़क भड़क वाला अभिवादन !
- आदरणीय डाक्टर साहिब . ... तड़क भड़क वाला अभिवादन !
- आदरणीय डाक्टर साहिब . ... तड़क भड़क वाला अभिवादन !
- यह दुनिया आपको तड़क भड़क दे न दे .
- वे तड़क भड़क , सजावट, रंगों की चमक
- रूपों की चमक , तड़क, भड़क, भव्यता, विशालता की ओर जिस
- रूपों की चमक , तड़क, भड़क, भव्यता, विशालता की ओर जिस
- रानी एलिज़ाबेथ को आर्डबर और तड़क भड़क से प्रेम था।